भारत-ऑस्ट्रेलिया लीडरशिप डायलॉग को संबोधित करते हुए भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा इस बातचीत का उद्देश्य समान सोच वाले देशों के बीच विश्वास और सहयोग बढ़ाना है। बता दें कि भारत ऑस्ट्रेलिया के बीच की इस बातचीत की थीम ‘ब्रिज ऑफ भरोसा’ (भरोसे का पुल) है। भारत ऑस्ट्रेलिया के बीच हुई इस बातचीत में एक दूसरे के प्रति विश्वास बढ़ाने, मुक्त, शांत और समृद्धि हिंद प्रशांत महासागर बनाने पर फोकस किया गया। इस बातचीत के छठे संस्करण का आयोजन वर्चुअली किया गया। जिसमें अपने संबोधन में विदेश मंत्री ने कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया डायलॉग इस मुश्किल दुनिया में समान सोच वाले देशों जैसे भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच का भरोसा और विश्वास है। जिसका उद्देश्य अन्य सहयोगी देशों के साथ मिलकर हिंद प्रशांत महासागर को मुक्त, समावेशी और संपन्न बनाए रखना है।
दोनों देशों में विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ रहा सहयोग
विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए द्विपक्षीय ढांचे के तहत दोनों देशों के विदेश मंत्रियों बातचीत हो रही है। साथ ही टू प्लस टू बातचीत के तहत रक्षा मंत्रियों और विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत हो रही है। वाणिज्य मंत्रियों, शिक्षा और स्किल काउंसिल, सीईओ फोरम और अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में साझेदारी की गई है। विदेश मंत्री ने बताया कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रक्षा के साथ ही साइबर सुरक्षा और अहम तकनीक, व्यापार, विज्ञान, शिक्षा जैसे क्षेत्रों में भी सहयोग बढ़ रहा है। विदेश मंत्री ने दोनों देशों के संबंधों में क्रिकेट की अहमियत का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आईपीएल में कई ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटर्स को खेलते देखना सुखद रहा। इससे पहले विदेश मंत्रियों के स्तर की बातचीत के लिए ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री भारत दौरे पर थीं।
‘भरोसे का पुल’ है भारत और ऑस्ट्रेलिया की बातचीत , विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान
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