भारतीय टीम ने मुख्य कोच गौतम गंभीर के नेतृत्व में शुरुआत कर दी है। भारत फिलहाल श्रीलंका दौरे पर है जहां टीम ने तीन मैचों की टी20 सीरीज जीती, जबकि दोनों टीमों के बीच पहला वनडे मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ। भारत के कुछ बल्लेबाजों ने इस सीरीज में पार्ट टाइम गेंदबाजी भी की है। गेंदबाजी कोच साईराज बहुतुले ने संकेत किया है कि भारत आगे भी शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को गेंदबाजी का मौका देना जारी रखेगा क्योंकि इससे वह विरोधी टीमों के बल्लेबाजों को चौंका सकता है। भारत ने श्रीलंका के खिलाफ टाई छूटे पहले वनडे मैच में शुभमन गिल को गेंदबाजी करने का मौका दिया था। इस सलामी बल्लेबाज ने एक ओवर किया जिसमें उन्होंने 14 रन दिए लेकिन बहुतुले का मानना है कि आगे बढ़ने का यही तरीका है। इससे पहले तीसरे टी20 में सूर्यकुमार यादव और रिंकू सिंह ने भी गेंदबाजी की थी। श्रीलंका ने भी यह रणनीति अपनाई। उसके कप्तान और मुख्य बल्लेबाज चरिथ असलांका ने 8.5 ओवर फेंके और 30 रन देकर तीन विकेट लिए, जिसमें शिवम दुबे और अर्शदीप सिंह के लगातार गेंद पर लिए गए विकेट भी शामिल हैं जिससे उनकी टीम मैच को टाई करने में सफल रही। बहुतुले ने कहा, ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगता है कि हमारे बल्लेबाज अच्छे गेंदबाज भी हैं। आप जानते हैं कि उनका मुख्य कौशल बल्लेबाजी है, इसलिए कई बार वे अपनी गेंदबाजी पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। लेकिन उनके पास गेंदबाजी करने का कौशल भी है। आपने टी20 सीरीज में देखा होगा। उसमें रिंकू सिंह और सूर्यकुमार यादव ने गेंदबाजी की थी। इसी तरह से वनडे में शुभमन को मौका दिया गया। आने वाले दिनों में इस खेल में ऑलराउंडर का महत्व बढ़ने वाला है। उन्होंने कहा, ऐसे में अगर शीर्ष क्रम से एक या दो बल्लेबाज गेंदबाजी कर सकते हैं तो इससे निश्चित रूप से टीम को मदद मिलेगी। यह पिच की स्थिति और परिस्थितियों पर निर्भर करेगा। इसके अलावा, अगर कोई बल्लेबाज गेंदबाजी कर सकता है तो यह विपक्षी टीम के लिए चौकाने वाली बात होगी। इसलिए भविष्य में बल्लेबाजों के लिए भी गेंदबाजी करने के पर्याप्त मौके होंगे।
भविष्य में भी शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को मिलेगा गेंदबाजी का मौका? कोच बहुतुले ने दिया बड़ा बयान
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