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भाजपा सरकार ने 9 वर्षों में दी ज्यादा नौकरियां, मंत्री जितेंद्र सिंह ने यूपीए सरकार से बताया बेहतर

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भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस के गठबंधन वाली यूपीए सरकार ने नौ साल में जितनी नौकरियां दी हैं, नरेंद्र मोदी सरकार ने उससे कहीं अधिक नौकरियां अपने नौ साल के कार्यकाल में दे दी हैं। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भाजपा मुख्यालय पर एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 2004 से 2013 के बीच संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार द्वारा छह लाख से अधिक सरकारी नौकरियां प्रदान की गईं, जबकि नरेंद्र मोदी सरकार के नौ वर्षों में यह संख्या 8.82 लाख से अधिक हो गई है। केंद्रीय कार्मिक और प्रशिक्षण मंत्री ने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी), संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) और रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) मोटे तौर पर केंद्र सरकार की तीन भर्ती एजेंसियां हैं। उन्होंने कहा “यदि आप एसएससी डेटा को देखते हैं, तो 2004 से यूपीए सरकार के नौ वर्षों के दौरान भर्तियों की कुल संख्या 2,07,563 थी, जबकि मोदी सरकार के नौ वर्षों में यह 4,00,691, लगभग दोगुनी है,”। उन्होंने कहा यूपीए शासन के नौ वर्षों के दौरान यूपीएससी के माध्यम से केंद्र सरकार की नौकरियों में भर्तियों की संख्या 45,431 थी, जबकि नरेंद्र मोदी सरकार के तहत यह 50,906 थी। आरआरबी ने यूपीए सरकार के नौ वर्षों के दौरान 3.47 लाख से अधिक लोगों की भर्ती की और 2014 के बाद से 4.30 लाख से अधिक लोगों की भर्ती की, जब मोदी सरकार ने सत्ता संभाली। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘कांग्रेस और कुछ विपक्षी दल बार-बार आरोप लगाते रहे हैं कि रिक्तियां पुरानी हैं और भर्तियों के आंकड़े गलत दिखाए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया, ”बिना तर्क, सबूत, आंकड़े दिए उनके प्रवक्ता आरोप लगाते हैं। लेकिन भर्ती के आंकड़ों के तुलनात्मक विश्लेषण से पता चलता है कि मोदी सरकार का प्रदर्शन पूर्ववर्ती यूपीए सरकार की तुलना में बेहतर रहा है। उन्होंने कहा, “नवीनतम रोजगार मेला श्रृंखला में छठा था। प्रधानमंत्री ने प्रत्येक रोजगार मेले में कम से कम 70,000 नियुक्ति पत्र जारी किए हैं।”केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अदालती मामलों सहित विभिन्न कारणों से बड़ी संख्या में कर्मचारियों की पदोन्नति कई वर्षों से लंबित थी, लेकिन मोदी सरकार ने मुद्दों का समाधान किया और पिछले साल 9,000 से अधिक कर्मचारियों को पदोन्नत किया। उन्होंने कहा, “वर्षों से उनकी पदोन्नति लंबित होने के कारण हमारे कर्मचारी हतोत्साहित हो रहे थे। इसलिए, सुधार लाए गए, जिसका सामाजिक-आर्थिक प्रभाव बहुत बड़ा है। उन्होंने कहा, “इस साल भी हम कम से कम 4,000 कर्मचारियों को पदोन्नति देंगे।” उन्होंने कहा, “मोदी सरकार एकमात्र ऐसी सरकार है जिसने बड़े पैमाने पर भर्ती और बड़े पैमाने पर पदोन्नति के पैटर्न का पालन किया है।”

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