विकेटकीपर बल्लेबाज रिचा घोष ने टी20 सीरीज में जीत के बाद भारतीय महिला टीम से आत्ममुग्धता से बचने का आग्रह करते हुए तीन मैचों की आगामी वनडे सीरीज में वेस्टइंडीज के खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाने का आग्रह किया। घोष ने विश्व रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए सिर्फ 18 गेंदों में अर्धशतक जमाया जिसकी मदद से भारत ने गुरुवार को तीसरे टी20 मैच में 217 रन बनाए। उन्होंने सबसे तेज अर्धशतक के रिकॉर्ड में न्यूजीलैंड की सोफी डेवाइन और ऑस्ट्रेलिया की फीबी लिचफील्ड की बराबरी कर ली। सीरीज 2-1 से जीतने के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘हम इस लय को वनडे में बरकरार रखना चाहेंगे। हमें आक्रामक रवैया अपनाना होगा। यह नया मैदान है और हम पहले हालात का आकलन करके रणनीति बनाएंगे।’ उन्होंने कहा कि वह हमेशा से आक्रामक बल्लेबाज रही हैं ।उन्होंने कहा, ‘मैं हर मैच में आक्रामक बल्लेबाजी ही कना चाहती हूं । यह अभ्यास सत्र से आता है क्योंकि अभ्यास सत्र में अच्छा करने पर मैच में उसे दोहराना आसान हो जाता है। मैंने ऐसे ही तैयारी की है और इससे मुझे मदद मिलती है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा से पावर हिटर रही हूं। मैंने अपने पिता को भी ऐसे खेलते देखा है। मैंने अपनी फिटनेस पर काफी मेहनत की है। इसके अलावा महिला प्रीमियर लीग और महिला बिग बैश लीग में खेलने का काफी फायदा मिला। मैंने सोफी डेवाइन, डिएंड्रा डोटिन और हैरी दी (हरमनप्रीत कौर ) से इस पर काफी बात की है।’ घोष ने कहा कि टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मिली हार को भुलाकर नए सिरे से शुरूआत करना चाहती है। उन्होंने कहा, ‘हम अतीत को भुलाकर नए सिरे से शुरूआत करना चाहते हैं। हम अपना सर्वश्रेष्ठ देने आये हैं और नतीजे की परवाह किये बगैर ऐसा ही करेंगे।’
‘भारत को वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे में आक्रामक रवैया अपनाना होगा’, बोलीं ऋचा घोष
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