महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में नई सरकार बने 15 दिन से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन मंत्रिमंडल का गठन नहीं हुआ है। हैरानी तो तब हुई जब एक ठग गिरोह ने मंत्री बनाने के लिए विधायकों को ठगने का प्रयास किया। गिरोह ने तीन भाजपा विधायकों से मंत्री बनाने के लिए 100 करोड़ रुपये की राशि मांगी थी। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने विधायकों से ठगी के प्रयास में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम हैं रियाज शेख, योगेश कुलकर्णी, सागर सांगवाई और जफर उस्मानी। चारों आरोपियों को 26 जुलाई तक क्राइम ब्रांच की हिरासत में सौंपा गया है। एफआईआर के मुताबिक, विधायक से शिंदे मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बनवाने के बदले 100 करोड़ रुपये की मांग की गई थी। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार ठग रियाज शेख ने 17 जुलाई को दोपहर 12.12 बजे एक विधायक के सचिव को फोन किया कि दिल्ली से आया हूं, मेरी आज विधायक साहब से 4 बजे मीटिंग है, लेकिन विधायक फोन ही नहीं उठा रहे हैं। इस पर सचिव ने रियाज का मैसेज विधायक को भेज दिया, लेकिन विधायक ने इसका कोई जवाब नहीं दिया। रियाज ने शाम को 4.06 बजे फिर सचिव को फोन किया और कहा कि 4 बजे वाली मीटिंग के लिए विधायक का अभी भी इंतजार कर रहा हूं। सचिव के जरिए फिर विधायक को मैसेज भेजा गया, लेकिन विधायक की तरफ से फिर कोई जवाब नहीं आया। उसी दिन विधायक की शाम साढ़े चार बजे दक्षिण मुंबई के सात सितारा होटल में अपने सचिव से मीटिंग पहले से फिक्स थी, क्योंकि सचिव एक दिन पहले यानी 16 जुलाई को रात 9 बजे विधायक से आकाशवाणी भवन के पास विधायक निवास में मिल चुका था।
90 करोड़ में सौदा तय हुआ, एडवांस मांगे 18 करोड़
सचिव ने एक होटल में विधायक से मुलाकात के दौरान उनसे रियाज शेख के बार-बार फोन आने की बात कही, तब विधायक ने भी सचिव को बताया कि उसे 12 जुलाई को रियाज शेख का फोन आया था और कहा था कि आपको कैबिनट मंत्री बनवा देंगे, लेकिन 100 करोड़ रुपये लेंगे। विधायक ने तब रियाज को कोई महत्व नहीं दिया था, लेकिन 17 जुलाई को शाम साढ़े चार बजे सचिव से मुलाकात के बाद विधायक ने सचिव के जरिए रियाज को शाम को सवा पांच बजे संबंधित होटल में मिलने बुलाया। रियाज और विधायक की वहां लंबी मीटिंग हुई। रियाज ने सौदा 90 करोड़ रुपये में फिक्स किया, लेकिन एडवांस में 18 करोड़ रुपये मांगे। इसके बाद विधायक ने रियाज से अगले दिन तक रुकने को कहा और यह बात अपने निजी सचिव को बताई। इसके बाद रियाज को विधायक ने 18 जुलाई को दोपहर करीब एक बजे नरीमन पाइंट इलाके में बुलाया और मुंबई क्राइम ब्रांच के एंटी एक्सटॉर्शन सेल को भी यह सूचना दे दी गई। रियाज तय समय पर बताई गई जगह पहुंचा वहां से विधायक उसे उसी होटल में ले गया, जहां उनकी पहली मुलाकात हुई थी। कुछ देर चर्चा के बाद सादी वर्दी में वहां मौजूद क्राइम ब्रांच के सिपाहियों ने रियाज शेख को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद तीन अन्य ठगों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के पास से मोबाइल और सिम कार्ड्स जब्त किए गए हैं। वॉट्सऐप चैट्स और उनके मोबाइल सीडीआर का विश्लेषण किया जा रहा है।