मुंबई, मुंबई क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट की कमान अब मिलिंद मधुकर काठे को सौंपी गई है। अब तक इसे निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वझे लीड कर रहे थे। आपको बता दें कि वझे को एंटीलिया विस्फोटक मामले और मनसुख हिरेन हत्या मामले में गिरफ्तार किया गया है। पिछले महीने देश के जाने-माने उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटकों से भरी स्कॉर्पियो पाए जाने से हड़कंप मच गया था। इस मामले की छानबीन शुरू होने पर एनआईए ने वझे को इस मामले में गिरफ्तार किया था। कुछ दिन बाद ही स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की भी लाश मुंब्रा की खाड़ी के पास पाई गई थी। वहीं महाराष्ट्र एटीएस ने मनसुख हिरेन हत्या मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी की थी। इनमें से एक गुजरात का क्रिकेट बुकी था जबकि दूसरा मुंबई पुलिस का निलंबित और सजायाफ्ता पुलिसकर्मी। एनआईए अब इन दोनों मामलों में सचिन वझे के सहयोगी रहे एपीआई रियाजउद्दीन काजी को सरकारी गवाह बनाने की तैयारी में जुटी है। हत्या की साजिश के समय मौजूद था वझे एनआईए ने अदालत में कहा है जब मनसुख की हत्या की साजिश रची जा रही थी। तब निलंबित सचिन वझे भी वहां मौजूद थे। जांच एजेंसी ने बताया कि इस मीटिंग में सजायाफ्ता पुलिसकर्मी विनायक शिंदे भी शामिल था। आपको बताता है कि विनायक शिंदे इसके पहले लखन भैया फर्जी एनकाउंटर मामले में अदालत द्वारा दोषी ठहराया जा चुका है। उसे उम्र कैद की सजा दी गई थी जिसे वह जेल में काट रहा था। कोरोना महामारी की वजह से वह पिछले साल परोल पर छूटा था।
मिलिंद काठे को मिली मुंबई सीआईयू की कमान, पहले सचिन वझे थे इंचार्ज
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