मुंबई के एक पार्क से मैसूर के शासक टीपू सुल्तान का नाम हटाया जाएगा। बता दें कि मुंबई उपनगरीय जिला प्रभारी मंत्री मंगल प्रभात लोढा ने जिला अधिकारी को मलाड इलाके के पार्क से टीपू सुल्तान का नाम हटाने के निर्देश दिए हैं। महाविकास अघाड़ी की सरकार के दौरान पार्क को टीपू सुल्तान का नाम दिया गया था। हालांकि भाजपा द्वारा इसका लगातार विरोध किया जा रहा था। अब प्रभारी मंत्री ने पार्क का नाम बदलने के निर्देश दिए हैं। मलाड क्षेत्र से असलम शेख विधायक हैं और महाविकास अघाड़ी की सरकार में असलम शेख मंत्री थे। असलम शेख ने विधायक कोटे से मलाड में एक पार्क का निर्माण कराया और उसका नाम मैसूर के शासक टीपू सुल्तान के नाम पर रखा। हालांकि भाजपा द्वारा पार्क का नाम टीपू सुल्तान रखने का शुरुआत से ही विरोध किया जा रहा था। बीते साल 26 जनवरी को भाजपा, बजरंग दल से जुड़े लोगों ने पार्क का नाम बदलने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया था। जिस पर कई भाजपा और बजरंग दल कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया था। भाजपा विधायक राम कदम ने इस मामले पर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना की खिंचाई की थी और कहा था कि उद्धव ठाकरे हिंदुत्व के मुद्दे पर दूसरों को नसीहत दे रहे थे, अब उनकी ही सरकार में मुंबई में टीपू सुल्तान के नाम पर पार्क का नामकरण हो रहा है। राम कदम ने आरोप लगाया कि टीपू सुल्तान ने हजारों हिंदुओं का कत्ल किया था। कर्नाटक में भाजपा का टीपू सुल्तान विरोध जगजाहिर है। 2019 में टीपू सुल्तान के जयंती समारोह पर तत्कालीन कर्नाटक सरकार ने रोक लगा दी थी। वहीं विपक्षी पार्टी कांग्रेस जोर-शोर से टीपू सुल्तान की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन करती है।
मुंबई के पार्क से हटेगा टीपू सुल्तान का नाम, बीजेपी-विहिप के विरोध के बाद लिया फैसला
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