मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गृह जिला ठाणे के घोड़बंदर रोड पर निजी कृषि भूमि और वन विभाग की जमीन पर अनधिकृत निर्माण कर खुलेआम अवैध ढाबा, होटल, बार और हुक्का पार्लर चलाने का चौंकानेवाला मामला सामने आया है। इन अनधिकृत निर्माणों में आधी रात से सुबह तक डीजे, म्यूजिक सिस्टम के माध्यम से भारी ध्वनि प्रदूषण हो रहा है। चौंकानेवाली बात यह है कि यहां निर्माण से पहले गैर कृषि (एनए) आदेश, ग्राम नमूना नंबर, सातबारा उतारा, निर्माण के लिए मनपा से आवश्यक अनुमति नहीं ली गई है और बिना शराब बिक्री लाइसेंस, हुक्का लाइसेंस व अग्निशमन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र और अन्य सरकारी विभागों से कोई अनुमति लिए बिना ही ये व्यवसाय धड़ल्ले से चलाए जा रहे हैं। शहर के घोड़बंदर रोड क्षेत्र में कई स्थानों पर वन व सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हो चुका है। ज्यादातर जगहों पर बिना फायरब्रिगेड व इमारत परमिट के अवैध निर्माण किए जा रहे हैं और राज्य आबकारी विभाग की अनुमति के बिना शराब बेची जा रही है। रात में ध्वनि प्रदूषण की सीमा को तोड़ते हुए लाउड म्यूजिक बजाए जा रहे है। इस क्षेत्र में शराब, हुक्का पार्लर के साथ-साथ नशीले पदार्थों के अवैध बिक्री केंद्र खड़े होने लगे हैं। सभी अवैध वैâफे, ढाबों और बार में सुबह तक पार्टियां चलती रहती हैं। इतना ही नहीं शराब के नशे में वाहन चलाने से हाईवे पर दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।
घोड़बंदर क्षेत्र में ठाणे की खाड़ी के तट तक इस तरह के अवैध कारोबार पैâल गए हैं, शहर के युवाओं में इसकी लत बढ़ती जा रही है। दुर्घटनाएं और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ रही हैं। इसकी स्थानीय लोग शिकायत कर रहे हैं। लेकिन पुलिस बेपरवाह है। वहीं भाजपा विधायक संजय केलकर उक्त अवैध कारोबार के खिलाफ छापेमारी की चेतावनी दे रहे हैं, परंतु अवैध कारोबार करनेवालों पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है। इससे लोगों में ऐसी चर्चा है कि मुख्यमंत्री के जिले में बिना उनकी सहमति से एक भी अवैध कारोबार नहीं चल सकता।
मुख्यमंत्री के गृह जिले ठाणे में फल-फूल रहा है अवैध कारोबार!
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