महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर रिश्वत के आरोपों को लेकर सियासत गरम है। इस बीच मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र पवार) के नेता अनिल देशमुख के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। आपको बता दें कि अनिल देशमुख ने व्यापारी मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में परमबीर सिंह पर आरोप लगाए हैं।
‘अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं देशमुख’
मुंबई पुलिस ने पूर्व आयुक्त ने अनिल देशमुख पर निशाना साधते हुए कहा, ‘उन्होंने अपने हिसाब से मनगढ़ंत कहानी तैयार की है। ऐसा लगता है कि वे अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। इसका जवाब सिर्फ एक मनोचिकित्सक ही दे सकता है। कुंठित होने की वजह से वे इस तरह के झूठे आरोप लगा रहे हैं। मुझे यह समझ में नहीं आ रहा है कि वो राजनीति क्यों कर रहे हैं।’ परमबीर सिंह ने आगे कहा, ‘जब अनिल देशमुख राज्य के गृह मंत्री थे तो मैंने उन पर आरोप लगाए थे। इसके बाद मार्च और अप्रैल में उनके बेटे सलिल देशमुख मेरे पास आए थे और हाथ जोड़कर माफी मांगी थी। उन्होंने यह भी कहा था कि अनिल देशमुख मुझसे मांफी मांगेंगे और मुझे राज्य का पुलिस महानिदेशक बनाएंगे।’ परमबीर सिंह ने आगे कहा, ‘सलिल देशमुख ने मुझसे सभी आरोप वापस लेने को कहा था।’ अनिल देशमुख पर निशाना साधते हुए परमबीर सिंह ने आगे बताया, ‘इसके बाद संजय पांडे मुझे उनके कार्यालय में आने को कहा और मुझे झूठे मामले में फंसाने को लेकर धमकी भी दी। मैंने हम दोनों के बीच फोन पर हुई बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया था। इसके बाद मैंने सुप्रीम कोर्ट और सीबीआई के समक्ष इस रिकॉर्डिंग को रखा। संजय पांडे ने मुझे धमकी देने से कभी इनकार नहीं किया।’ परमबीर सिंह ने इस मामले में कुछ और भी दिलचस्प बातें बताईं। उन्होंने कहा, ‘इसके बाद अनिल देशमुख ने अपने आवास में कई आरोपियों से मुलाकात की। इनमें खास तौर पर सोनू जालान और रियाज भाटी भी मौजूद थे। उन्होंने यह योजना बनाई कि मेरे खिलाफ एफआईआर कैसे दर्ज करनी है। मेरे खिलाफ दर्ज किए गए सभी मामले झूठे हैं। मेरे द्वारा लगाए गए आरोप झूठे नहीं हैं। मैं इसके लिए नारको टेस्ट करवाने के लिए तैयार हूं लेकिन, अनिल देशमुख, सलिल देशमुख और संजय पांडे को भी नारको टेस्ट करवाना होगा।’ इससे पहले नागपुर में सोमवार को अनिल देशमुख ने कहा था, ‘जब मैं महाराष्ट्र में गृहमंत्री था तो जांच के बाद पता चला कि मुंबई के तत्कालीन पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह उद्योगपति मुकेश अंबानी के एंटीलिया आवास के पास मिली स्कॉर्पियो गाड़ी में जिलेटिन की छड़ें लगाने और स्कॉर्पियो गाड़ी के मालिक की हत्या के मामले के मुख्य साजिशकर्ता थे। सिंह ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर इसे अंजाम दिया था। इस आरोप में पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को तीन साल के लिए गिरफ्तार किया जाना था, लेकिन वे फडणवीस और केंद्र सरकार के पास चले गए।’ देशमुख ने 2021 में राज्य के गृह मंत्री पद से इस्तीफा दिया था, जब परमबीर सिंह ने उन पर बार और रेस्तरां से प्रति माह 100 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य तय करने का आरोप लगाया।
‘मैं नार्को टेस्ट करवाने के लिए तैयार हूं लेकिन…’, अनिल देशमुख के वार पर परमबीर सिंह का पलटवार
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