#BREAKING LIVE :
मुंबई हिट-एंड-रन का आरोपी दोस्त के मोबाइल लोकेशन से पकड़ाया:एक्सीडेंट के बाद गर्लफ्रेंड के घर गया था; वहां से मां-बहनों ने रिजॉर्ट में छिपाया | गोवा के मनोहर पर्रिकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरी पहली फ्लाइट, परंपरागत रूप से हुआ स्वागत | ‘भेड़िया’ फिल्म एक हॉरर कॉमेडी फिल्म | शरद पवार ने महाराष्ट्र के गवर्नर पर साधा निशाना, कहा- उन्होंने पार कर दी हर हद | जन आरोग्यम फाऊंडेशन द्वारा पत्रकारो के सम्मान का कार्यक्रम प्रशंसनीय : रामदास आठवले | अनुराधा और जुबेर अंजलि अरोड़ा के समन्वय के तहत जहांगीर आर्ट गैलरी में प्रदर्शन करते हैं | सतयुगी संस्कार अपनाने से बनेगा स्वर्णिम संसार : बीके शिवानी दीदी | ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आरती त्रिपाठी हुईं सम्मानित | पत्रकार को सम्मानित करने वाला गुजरात गौरव पुरस्कार दिनेश हॉल में आयोजित किया गया | *रजोरा एंटरटेनमेंट के साथ ईद मनाएं क्योंकि वे अजमेर की गली गाने के साथ मनोरंजन में अपनी शुरुआत करते हैं, जिसमें सारा खान और मृणाल जैन हैं |

यात्रा सुचारू… सोनप्रयाग से 2726 श्रद्धालुओं ने किया धाम के लिए प्रस्थान

89

केदारनाथ यात्रा सुचारू है। हालांकि कुछ दिन से खराब मौसम ने यात्रा की रफ्तार को धीमा कर दिया था, लेकिन आज शनिवार सुबह 8 बजे तक सोनप्रयाग से 2726 श्रद्धालुओं ने धाम के लिए प्रस्थान किया। यात्रा में मौसम बड़ी चुनौती बना हुआ है। सरकार की ओर से भी तीर्थयात्रियों से मौसम का अपटेड लेकर आने की ही अपील बार-बार की गई। बहुत दिनों मौसम खुला तो यात्रियों ने भी राहत की सांस ली। इसी के साथ श्रद्धालु एक बार धाम पहुंचने लगे। हालांकि मौसम एक बार फिर करवट लेगा। उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में शनिवार को हल्की बारिश की संभावना है। मौसम विभाग की ओर से बागेश्वर, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, नैनीताल और चंपावत में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार पर्वतीय इलाकों में गर्जना और बिजली चमकने के साथ बारिश हो सकती है। हालांकि, मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं।

10 साल बाद अगस्त में सबसे कम बारिश

उत्तराखंड में दस साल बाद अगस्त में सबसे कम बारिश हुई। महीनेभर में राज्य में बारिश का आंकड़ा सामान्य से आठ फीसदी कम रहा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है, बंगाल की खाड़ी में स्ट्रॉन्ग सिस्टम नहीं बना। इसके चलते राज्य में कम बारिश हुई। इस साल मानसून ने पांच दिन की देरी से उत्तराखंड में दस्तक दी थी। हालांकि, प्रदेश के कुछ जिलों में जमकर बारिश हुई। जबकि, कुछ जिलों में बारिश का आंकड़ा सामान्य से कम रहा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस साल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी कम होने के साथ बारिश ज्यादा हुई है। इस साल अगस्त में 353.9 एमएम बारिश हुई, जो सामान्य से आठ फीसदी कम है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया, अगस्त में बारिश कम होने का कारण अलनीनो का सक्रिय होना भी बताया जा रहा है। जब-जब अलनीनो सक्रिय होता है, तब-तब भारत में मानसून कमजोर पड़ जाता है।

4 Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *