गुजरात के राजकोट के एक 28 वर्षीय व्यवसायी का दक्षिण अफ्रीका में अपहरण कर लिया गया था और उसके पिता द्वारा अपहर्ताओं को 30 लाख रुपये की फिरौती देने के बाद ही रिहा किया गया। राजकोट की अपराध शाखा के अधिकारियों ने केयूर मल्ली (28) की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए वार्ताकारों के रूप में काम किया। केयूर मल्ली आयात-निर्यात व्यवसाय में है। अपराधियों के एक गिरोह ने व्यवसायी केयूर मल्ली को सस्ते तांबे और ढलवां लोहे का लालच दिया था और पिछले महीने सौदे को अंतिम रूप देने के लिए उसे बुलाया गया था। वह इन लोगों को व्यापारी समझकर पिछले चार महीने से उनके संपर्क में था। माना जाता है कि अपराधी पाकिस्तानी मूल के थे और उर्दू -पंजाबी बोलते थे। शुरू में मल्ली को रिहा करने के लिए 1.5 करोड़ रुपये मांगे, लेकिन क्राइम ब्रांच के पुलिस ने मल्ली के पिता और जोहान्सबर्ग पुलिस को लाइन पर रखते हुए उनसे बातचीत की। मल्ली 20 जनवरी को जोहान्सबर्ग में टैम्बो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे। उन्हें उन अपराधियों द्वारा एक कार में उठाया गया था, लेकिन उन्हें एक छोटे से कमरे में डाल दिया गया और उनको बांधकर एक कुर्सी पर बैठा दिया गया। फिर अपराधियों ने व्यवसायी के पिता को कॉल लगाकर 1.5 करोड़ रुपये की मांग की। व्यवसायी के पिता ने बताया कि उन्हें 21 जनवरी को मेरे बेटे के मोबाइल से कॉल आया और अपहरणकर्ताओं ने मुझे अपने बेटे से बात करने के लिए कहा, जिसने मुझे बताया कि वे फिरौती के रूप में 1.5 करोड़ रुपये मांग रहे हैं। मेरे पास पैसे नहीं थे, इसलिए मैंने मदद के लिए यहां राजकोट पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने कहा कि अपहरणकर्ताओं ने अंततः 30 लाख रुपये में समझौता किया। उन्होंने एक कोड नंबर भेजा, जिसका इस्तेमाल कर पैसा हवाला चैनल के जरिए भेजा गया। अपहर्ताओं ने 24 जनवरी को मल्ली को रिहा कर दिया और उसे एक टैक्सी में हवाई अड्डे पर भेज दिया। स्थानीय पुलिस ने उनका स्वागत किया और चिकित्सा प्रदान की। आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली गई है।
राजकोट के कारोबारी का दक्षिण अफ्रीका में अपहरण, 30 लाख रुपये की फिरौती देने के बाद किया गया रिहा
125