श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की योजना है कि अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में देश की सभी बड़ी हस्तियों को आमंत्रित किया जाए। इसकी पूरी तैयारी की गई है और सभी क्षेत्रों के बड़े चेहरों को इस कार्यक्रम में उपस्थित रहने के लिए निमंत्रण पत्र भेजा गया है। लेकिन इस अवसर पर भाजपा के वे दो दिग्गज नेता नहीं होंगे, जिनके कारण राम मंदिर आंदोलन अपने परिणाम तक पहुंच सका। भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल न होने की बात सामने आ रही है। यानी राम मंदिर आंदोलन चलाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाले यही दो चेहरे राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम से गायब होंगे। दरअसल, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि भाजपा के इन दोनों बड़े बुजुर्ग नेताओं को राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। लेकिन ज्यादा उम्र होने के कारण इस बात की पूरी संभावना है कि यह दोनों नेता उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल नहीं हों सकेंगे। इसके पहले इन दोनों नेताओं को भाजपा ने अपने मार्गदर्शक मंडल में शामिल कर इन्हें राजनीतिक सक्रियता से संन्यास दे दिया था। भाजपा के इस कदम की काफी आलोचना हुई थी। अब राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम से भी इनके गायब होने की खबरों ने राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है। कथित तौर पर लालकृष्ण आडवाणी का स्वास्थ्य अच्छा नहीं है और डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी भी बढ़ती उम्र के कारण बहुत अधिक चल फिर पाने में सक्षम नहीं रह गए हैं। ऐसे में इन दोनों नेताओं के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना नहीं है। आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल न होने की खबरों के बीच विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार ने एक वक्तव्य जारी कर कहा है कि इन दोनों वरिष्ठ नेताओं से उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने का अनुरोध किया गया है। दोनों नेताओं के आवास पर जाकर ट्रस्ट के नेताओं ने उन्हें निमंत्रण पत्र सौंपा है। विहिप ने उम्मीद जताई है कि दोनों नेता उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे।
राम मंदिर उद्घाटन में नहीं आएंगे लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी, ट्रस्ट ने बताई वजह
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