हरियाणा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बाबा राम रहीम जेल से बाहर आ गया है। प्रदेश सरकार ने उसे 21 दिन की फरलो दिया है। मंगलवार सुबह 6 बजकर 46 मिनट पर हनीप्रीत सुनारिया जेल से राम रहीम को लेकर यूपी के बरनावा आश्रम के लिए रवाना हुई। एक गाड़ी में हनीप्रीत के अलावा ड्राइवर राजा और सीपी अरोड़ा, जबकि दूसरी गाड़ी में ड्राइवर प्रीतम, एडवोकेट हर्ष अरोड़ा और डॉक्टर पीआर नैन थे। पुलिस सुरक्षा में राम रहीम को जेल से यूपी ले जाया गया है। गुरमीत को साध्वी दुष्कर्म मामले में वर्ष 2017 में सजा सुनाई गई थी। बाद में उसे छत्रपति हत्याकांड और रणजीत हत्याकांड में भी सजा हो चुकी है। तभी से वह सुनारिया जेल में बंद है। पिछली बार 19 जनवरी को सरकार ने रामरहीम को 50 दिन की पैरोल दी थी, जो यूपी के बरनावा आश्रम में व्यतीत की गई। इसके बाद हाईकोर्ट ने एक याचिका पर फैसला दिया था कि रामरहीम को पैरोल या फरलो हाईकोर्ट की अनुमति के बगैर न दी जाए। राम रहीम की तरफ से हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल कर पैरोल या फरलो पर रोक हटाने की मांग की थी। हाईकोर्ट ने फैसला दिया था कि प्रदेश सरकार रामरहीम की पैरोल या फरलो देने का फैसला खुद ले। इसके बाद रामरहीम ने 21 दिन की फरलो की अर्जी दाखिल की थी। सरकार ने अर्जी स्वीकार कर ली और सोमवार को फरलो मंजूर कर ली। प्रशासन ने जेल परिवार के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी थी। ऐसे में मंगलवार सुबह 6 बजकर 41 मिनट पर हनीप्रीत अपनी टीम के साथ रामरहीम को लेने जेल परिसर पहुंची, जहां आवश्यक कार्रवाई के बाद 6 बजकर 46 मिनट पर रामरहीम को लेकर काफिला यूपी के बागपत स्थित बरनावा आश्रम के लिए रवाना हो गया। रामरहीम अब 13वीं बार जेल से बाहर आया है। आठवीं बार फरलो मिली है।
राम रहीम एक बार फिर आया जेल से बाहर; मिली 21 दिन की फरलो; यूपी के बरनावा आश्रम में होगा ठिकाना
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