5 अगस्त 2024 को शेख हसीना बांग्लादेश की प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर भारत चली जाएंगी। हसीना के खिलाफ हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कश्मीर फाइल्स के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने दावा किया कि प्रदर्शनकारी न तो ‘छात्र हैं और न ही क्रांतिकारी।’ निर्देशक ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक नोटि साझा कर इस पर अपने विचार साझा किए हैं।
विवेक अग्निहोत्री ने किया यह दावा
एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, “माफ कीजिए मीडिया, लेकिन बांग्लादेश की सड़कों पर मौजूद सभी भीड़ न तो छात्र हैं और न ही क्रांतिकारी। उनमें से कई गुंडे और भूखे लोग हैं, जो कुछ लूटने की फिराक में हैं। ज्यादातर क्रांतियां इसलिए विफल हो जाती हैं क्योंकि कई तथाकथित क्रांतिकारी वास्तव में गरीब और भूखे लोग होते हैं जो मानते हैं कि क्रांति के बाद उनकी जिंदगी बदल जाएगी।” विवेक ने आगे लिखा “ऐसा कभी नहीं होगा। बाकी भीड़ मनोरंजन के लिए है। लोग ऐसी कमरे में बैठकर क्रांतियां देखना पसंद करते हैं। नेटफ्लिक्स से एक अच्छा ब्रेक। आधुनिक दुनिया की दुखद कहानी ये है कि किसी भी विद्रोह में पुरानी प्रतिमाएं ध्वस्त कर दी जाती हैं, लेकिन नई प्रतिमाएं बनाने के लिए कोई नहीं होता।” विवेक के इस पोस्ट का उनके फैंस समर्थन भी कर रहे है। एक यूजर ने लिखा, ‘यह सब बेहद खतरनाक है।’ दूसरे यूजर ने लिखा,’ विवेक जी वो बांग्लादेश के आम लोग हैं और अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।’ एक और यूजर ने लिखा, ‘आंदोलन तो मजबूरी में ही करना पड़ता है।’
भारत आईं शेख हसीना
इस बीच, सोमवार को शेख हसीना के इस्तीफा देने के बाद, हजारों बांग्लादेशी प्रदर्शनकारियों ने उनके आवास के अंदर घुसकर उनके निजी सामान को लूट लिया। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद शेख हसीना सोमवार शाम को दिल्ली में गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर उतरीं, जहां उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की।
‘लुटेरे-भूखे लोग लूटने का इंतजार कर रहे’, शेख हसीना के खिलाफ प्रदर्शन पर निर्देशक की दो टूक
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