देशभर में लोकसभा चुनाव का माहौल बना हुआ है। राजनीतिक दल एक दूसरे पर हमला करने में पीछे नहीं रह रहे हैं। अब उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता संजय राउत ने महायुति पर बड़ा आरोप लगाया है। उनका कहना है कि महायुति के नेता लोगों को वोट देने के लिए धमका रहे हैं। संजय राउत ने कहा, ‘महायुति के नेता लोगों को वोट देने के लिए धमका रहे हैं। कल सोलापुर में लोगों को धमकाया गया था।’ उन्होंने महाराष्ट्र में सत्ताधारी महायुति से सवाल करते हुए कहा, ‘अगर आपके पास प्रधानमंत्री मोदी हैं और आप जीत को लेकर इतने आश्वस्त हैं तो आप ये सब क्यों कर रहे हैं?’ प्रधानमंत्री मोदी के बयान ‘हर साल एक पीएम होगा’ पर संजय राउत ने कहा, ‘इस देश में 10 साल से एक तानाशाह राज कर रहा है, उससे अच्छा है कि देश में एक मिली-जुली सरकार बने। हम दो प्रधानमंत्री बनाएं या चार यह हमारी मर्जी है लेकिन इस देश को तानाशाही की ओर हम नहीं जाने देंगे। विपक्षी गठबंधन 300 पार कर रही है।’
उद्धव ठाकरे जल्द करेंगे रैली
राउत ने रविवार को कहा कि बारामती लोकसभा सीट पर मुकाबला महाराष्ट्र के गौरव की लड़ाई है और दावा किया कि विपक्षी एमवीए राज्य की कुल 48 संसदीय सीटों में से 30-35 सीटें जीतेगी। शिवसेना प्रमुख और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जल्द ही खड़कवासला में एक रैली करेंगे जो बारामती निर्वाचन क्षेत्र में आता है। गौरतलब है, शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के साथ ही विपक्षी महाविकास आघाड़ी (एमवीए) में शामिल एनसीपी (एसपी) ने पुणे जिले में बारामती लोकसभा सीट से अपनी मौजूदा सांसद सुप्रिया सुले को फिर से उम्मीदवार बनाया है। एनसीपीएसपी प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले का मुकाबला उनकी भाभी और एनसीपी नेता अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार से है। संजय राउत ने कहा, ‘महाराष्ट्र के सभी लोग पूरी तरह से सुप्रिया सुले के साथ हैं और उनकी जीत सुनिश्चित करेंगे। बारामती लोकसभा चुनाव महाराष्ट्र के गौरव की लड़ाई है।’ यूबीटी वाली शिवसेना के नेता ने राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर ‘अपनी खाल बचाने के लिए भाजपा-शिवसेना गठबंधन में शामिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया, ‘अजित पवार पिछले लोकसभा चुनाव में मावल सीट पर अपने बेटे पार्थ की जीत सुनिश्चित नहीं कर सके थे और अब उनकी पत्नी की हार की प्रक्रिया शुरू हो गई है। राहुल गांधी को देश में जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिल रही है और आप चार जून (मतगणना के दिन) के बाद सरकार में बदलाव देखेंगे।’ शिवसेना (यूबीटी) के नेता ने आगे कहा, ‘बारामती और शिरूर में अजित पवार खुलेआम व्यापारियों को धमकी दे रहे हैं। वह लोगों को अपनी पत्नी के लिए काम करने की धमकी दे रहे हैं। अजित पवार धमकी दे रहे हैं कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो 50 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाएंगे। जब देश में लोकतंत्र है तो इन सबकी जरूरत क्यों है?’
शिंदे पर साधा निशाना
सीएम शिंदे के इस बयान के बारे में पूछे जाने पर कि शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे ने कहा कि वह अपनी पार्टी को कभी कांग्रेस नहीं बनने देंगे, राउत ने कहा, ‘जब इंदिरा गांधी संकट में थीं, बालासाहेब ने उनका समर्थन किया. दोनों नेताओं के बीच मधुर संबंध थे। बालासाहेब ने कांग्रेस को समर्थन देने के लिए एक बार भी चुनाव नहीं लड़ा था।’ शिवसेना (यूबीटी) नेता ने आरोप लगाया, ‘शिंदे एक ऐसी पार्टी के चापलूस बन गए हैं जो महाराष्ट्र को कमजोर करना चाहती है और मराठी गौरव को चोट पहुंचाना चाहती है।’