एकनाथ शिंदे कैबिनेट में एक भी महिला न होने को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की नेता सुप्रिया सुले ने मंगलवार को सत्ताधारी पार्टियों पर निशाना साधा। सुले कहा कि यह फैसला निर्णय दिखाता है कि महाराष्ट्र में सत्ताधारी पार्टियां महिलाओं का सम्मान नहीं करती हैं। बता दें कि महाराष्ट्र में आज कैबिनेट का विस्तार किया गया है। 18 मंत्रियों ने राजभवन में आयोजित समारोह में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। इनमें नौ भाजपा और नौ शिवसेना के शिंदे गुट के शामिल हैं। पत्रकारों से बात करते हुए सुले ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण और चौंकाने वाला है कि एक भी महिला को विस्तारित कैबिनेट में जगह नहीं मिली। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि कई बार भाजपा नेताओं ने विचार व्यक्त किए हैं कि महिलाओं को रसोई तक ही सीमित रखा जाना चाहिए। यह उनके कार्यों में झलकने लगा है। मई में पाटिल ने सुले पर तंज कसते हुए उन्हें घर जाकर खाना बनाने के लिए कहा ता। हालांकि बाद में उन्होंने कहा था कि उनके यह कहने का मतलब महिलाओं का अनादर करना नहीं था। सुले ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक भी महिला को कैबिनेट में जगह नहीं मिली। देश की पचास फीसदी आबादी महिलाओं की है और एक भी महिला को कैबिनेट में जगह न मिलना हैरान करता है। उन्होंने कहा कि यह फैसला दिखाता है कि वे महिलाओं का सम्मान नहीं करते। शिवसेना विधायक संजय राठौड़ के मंत्रिमंडल में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर सुले ने कहा कि यही भाजपा थी जिसने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार में मंत्री रहते हुए एक महिला की मौत पर उनके इस्तीफे की मांग की थी। उन्होंने कहा कहा, “मुझे खुशी है कि उन्हें मंत्री बनाया गया है। जब वह हमारे साथ थे तो हमने कहा कि उनके साथ अन्याय हो रहा है। लेकिन यही भाजपा थी जिसने बेबुनियाद आरोप लगाकर उनके इस्तीफे की मांग की थी।” सुले ने पूछा कि पूजा चव्हाण का क्या हुआ जिनकी मौत ने राठौड़ को मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया? सुले ने व्यंग्यात्मक टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हें खुशी है कि कई नेता जो पहले राकांपा में थे, उन्हें नए मंत्रिमंडल में जगह मिली। कई लोगों ने वर्षों तक कड़ी मेहनत की, फिर भी वे मंत्री नहीं बन सके। लेकिन हमारे प्रतिभाशाली और बुद्धिमान लोगों को मौका मिला। मैं तहे दिल से भाजपा का शुक्रिया अदा करती हूं।
फडणवीस बोले- मंत्रिमंडल में महिलाओं को मिलेगा उचित प्रतिनिधित्व
हालांकि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य मंत्रिमंडल में महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व मिलेगा। फडणवीस ने पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, “नवगठित कैबिनेट में कोई महिला मंत्री नहीं होने की आपत्ति पर जल्द ही ध्यान दिया जाएगा। हमारे मंत्रिमंडल में महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व मिलेगा।”
उन्होंने कहा कि शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस वाली पिछली महा विकास अघाड़ी सरकार में भी शुरुआत में पांच मंत्री थे और कैबिनेट में कोई महिला नहीं थी, इसलिए उन्हें अब टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। फडणवीस ने शरद पवार नीत राकांपा पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा, “जिस पार्टी के दो पूर्व मंत्री भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में हैं, उसे हमारे मंत्रियों की सूची पर बात करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।”
शिंदे कैबिनेट में महिलाओं को नहीं मिली जगह, सुप्रिया सुले ने साधा निशाना, फडणवीस ने किया पलटवार
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