केदारनाथ में स्थित ध्यान गुफा में अमेरिका की सिमोना के बाद अब जर्मनी की निकोल साधना कर चुकी है। निकोल, 10 दिन तक ध्यान गुफा में रहीं। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद से अभी तक 42 श्रद्धालु ध्यान गुफा में साधना कर चुके हैं, जिसमें 12 विदेशी शिव भक्त हैं। 10 मई से शुरू हुई केदारनाथ यात्रा बारिश के आखिरी चरण में पहुंचने के साथ धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने लगी है। धाम में अभी तक 11,30,508 श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर पुण्य अर्जित कर चुके हैं। वहीं, धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं में ध्यान गुफा को लेकर भी आकर्षण बना है। कपाट खुलने के बाद से अभी तक ध्यान गुफा में 42 शिव साधक साधना भी कर चुके हैं। इन साधकों में अमेरिका की सिमोना और जर्मनी की निकोल सहित अन्य देशों के शिवभक्त भी शामिल हैं। जर्मनी की निकोल ने 10 दिन तक ध्यान गुफा में गुजारे हैं, जो एक रिकार्ड है। वह पहली साधक हैं, जिन्होंने केदारनाथ पहुंचकर ध्यान गुफा में इतने दिन साधना की है। गढ़वाल मंडल विकास निगम के अनुसार, कपाट खुलने के बाद से ध्यान गुफा में जो 39 श्रद्धालु साधना कर चुके हैं, उसमें 12 विदेशी और 30 भारतीय हैं। गुफा के संचालन के बाद से पांच वर्षों में यह पहला मौका है, जब विदेशी शिवभक्त भी यहां साधना व ध्यान कर रहे हैं। इस वर्ष धाम में ध्यान गुफा की बुकिंग 3,700 रुपये निर्धारित की गई है।
पीएम मोदी के निर्देश पर बनाई गई ध्यान गुफा
केदारनाथ पुनर्निर्माण के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर वर्ष 2018 में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान ने आठ लाख में केदारनाथ मंदिर से करीब डेढ़ किमी पीछे मंदाकिनी नदी के दूसरी तरफ पहाड़ी पर गुफा बनाई। ध्यान गुफा में बिजली, पानी, शौचालय की उचित व्यवस्था है। इसके अलावा धाम में दो गुफा और बनाई गई हैं, पर संचालन नहीं हो रहा है। वर्ष 2019 में स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धाम पहुंचकर ध्यान गुफा में 17 घंटे तक साधना की थी।
केदारनाथ धाम पहुंच रहे श्रद्धालुओं में ध्यान गुफा को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है। कपाट खुलने के बाद से अभी तक ध्यान गुफा में 42 श्रद्धालु साधना कर चुके हैं, जिसमें 12 विदेशी भी हैं। बरसात के चलते इन दिनों यात्रा कम है, बावजूद ध्यान गुफा में साधना व योग के लिए उम्मीद के हिसाब से ऑनलाइन बुकिंग मिल रही हैं।