मुंबई के सरस्वती हत्याकांड में आरोपी मनोज साने के बयानों पर पुलिस को यकीन नहीं है। पुलिस ने इसे सोची समझी हत्या बताया है। साथ ही पुलिस ने आशंका जताई कि साने ने शव के कुछ टुकड़े टॉयलेट में भी बहाए हैं। पुलिस के मुताबिक दोनों के बीच आर्थिक तंगी को लेकर झगड़ा होता था, मनोज यह बात स्वीकार चुका है और तीन जून की रात भी दोनों में झगड़ा हुआ था। लिहाजा, संभव है कि मनोज ने उसकी पहले हत्या कर दी हो और फिर बाद में शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई हो। इसके साथ ही पुलिस ने आशंका जताई कि मनोज ने शव के कुछ टुकड़े टॉयलेट में भी बहाए हैं। पड़ोसियों ने टॉयलेट की पाइपलाइन जाम होने की शिकायत की थी, जिसके बाद फिलहाल सेप्टिक टैंक में भी शव के टुकड़ों को खोजा जा रहा है। इससे पहले आरोपी साने ने पूछताछ में बताया था कि सरस्वती के बीच बाप-बेटी जैसा रिश्ता था। सरस्वती ने जहर पीकर आत्महत्या की थी, लेकिन वह पुलिस कार्रवाई के बारे में सोचकर डर गया और शव को ठिकाने लगाकर खुद भी आत्महत्या करना चाहता था। वहीं सरस्वती की बहनों ने शुक्रवार को दावा किया था कि सरस्वती वैद्य ने उन्हें अपनी शादी के बारे में बताया था, लेकिन उनके बीच उम्र का काफी फासला होने के कारण इस जोड़े ने इसे सार्वजनिक नहीं किया। बता दें कि मनोज और सरस्वती मुंबई के मीरा रोड इलाके की एक सोसाइटी में लिव-इन में रहते थे। बीते दिनों फ्लैट से सरस्वती के शव के कई टुकड़े बरामद हुए थे। इसके बाद पुलिस ने पार्टनर मनोज साने को सरस्वती की हत्या के गिरफ्तार में गिरफ्तार किया था। पुलिस की पूछताछ में मनोज ने बताया था कि सरस्वती ने जहर पीकर आत्महत्या की थी। साथ ही मनोज ने पुलिस को बताया था कि वह एचआईवी पॉजिटिव था और उसने सरस्वती के साथ कोई शारीरिक संबंध नहीं बनाया।
सरस्वती वैद्य की हत्या सोची-समझी साजिश, पुलिस ने आरोपी के बयानों को बताया झूठी कहानी
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