#BREAKING LIVE :
मुंबई हिट-एंड-रन का आरोपी दोस्त के मोबाइल लोकेशन से पकड़ाया:एक्सीडेंट के बाद गर्लफ्रेंड के घर गया था; वहां से मां-बहनों ने रिजॉर्ट में छिपाया | गोवा के मनोहर पर्रिकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरी पहली फ्लाइट, परंपरागत रूप से हुआ स्वागत | ‘भेड़िया’ फिल्म एक हॉरर कॉमेडी फिल्म | शरद पवार ने महाराष्ट्र के गवर्नर पर साधा निशाना, कहा- उन्होंने पार कर दी हर हद | जन आरोग्यम फाऊंडेशन द्वारा पत्रकारो के सम्मान का कार्यक्रम प्रशंसनीय : रामदास आठवले | अनुराधा और जुबेर अंजलि अरोड़ा के समन्वय के तहत जहांगीर आर्ट गैलरी में प्रदर्शन करते हैं | सतयुगी संस्कार अपनाने से बनेगा स्वर्णिम संसार : बीके शिवानी दीदी | ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आरती त्रिपाठी हुईं सम्मानित | पत्रकार को सम्मानित करने वाला गुजरात गौरव पुरस्कार दिनेश हॉल में आयोजित किया गया | *रजोरा एंटरटेनमेंट के साथ ईद मनाएं क्योंकि वे अजमेर की गली गाने के साथ मनोरंजन में अपनी शुरुआत करते हैं, जिसमें सारा खान और मृणाल जैन हैं |

स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे से बीजेपी के माथे पर बल, सताने लगी ओबीसी वोट बैंक की चिंता, डिप्टी सीएम मनाने में जुटे

706

लखनऊ
यूपी व‍िधानसभा चुनाव 2022 के ऐलान के साथ ही प्रदेश में राजनीत‍िक उथल-पुथल और दल बदल का खेल शुरू गया है। प्रदेश में योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्‍वामी प्रसाद मौर्य ने पद से इस्‍तीफा  देने के साथ ही समाजवादी पार्टी (Samajwadi party) ज्वॉइन कर ली है। वहीं चर्चा है कि अकेले स्वामी प्रसाद मौर्य ही नहीं बल्कि कई बड़े ओबीसी नेता भी बीजेपी को अलविदा कहने की तैयारी में है। स्‍वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद बीजेपी सकते में आ गई है। वहीं बीजेपी, मौर्य को मामने का प्रयास भी कर रही है।बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य की दलित और पिछड़ा वर्ग अपनी काफी अच्छी पैठ है। उन्होंने इस्तीफा देने के साथ ही बीजेपी पर आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि किसानों, दलितों, नौजवानों के साथ जो व्यवहार हो रहा है, वह बर्दाश्त नहीं है। मैंने मंत्रिमंडल के साथ बाहर भी मंत्रियों से बात की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ऐसे में बिना सम्मान के बीजेपी में नहीं रह सकता था।

स्वामी प्रसाद को मनाने की कोशिश
बीजेपी को पता है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ बड़ा वोट बैंक खिसक जाएगा। पिछले चुनाव में भी बीजेपी को पिछड़ा वर्ग से साथ मिला था। ऐसे में बीजेपी ने यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को इस स्थिति को संभालने का काम सौंपा है।

डिप्टी सीएम ने एक द्वीट भी किया है, ‘आदरणीय स्वामी प्रसाद मौर्य जी ने किन कारणों से इस्तीफा दिया है, मैं नहीं जानता हूँ, उनसे अपील है कि बैठकर बात करें। जल्दबाजी में लिए हुए फैसले अक्सर गलत साबित होते हैं। बीजेपी की स्थिति इस समय यह है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा ज्वॉइन करने के बाद भी उन्हें मनाने के प्रयास में जुट गई है। जानकारी के मुताबिक प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी मौर्य को मनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
वोट का गणित
वैसे तो जातियों के आधार पर कोई डाटा उपलब्ध नहीं है, लेकिन एक अनुमान है कि यूपी में पिछड़े वर्ग (ओबीसी) का वोट 53 फीसद है। वहीं फर्रुखाबाद, इटावा, औरैया, बदायूं, फिरोजाबाद, एटा, मिर्जापुर, प्रयागराज, मैनपुरी, हरदोई, कन्नौज, कानपुर देहात, जालौन, हमीरपुर, झांसी और ललितपुर जिलों में मौर्य, कुशवाहा समाज का अच्छा दबदबा है। ऐसे में चुनाव से ठीक पहले बीजेपी बड़े कैबिनेट मंत्री और पिछड़ा वर्ग नेता के रूप में स्वामी प्रसाद मौर्य का जाना बड़ा झटका होगा।

यूपी के बाहर भी मौर्य के जाने की चर्चा
बीजेपी को स्वामी प्रसाद मौर्य के रूप में झटका लगना सिर्फ प्रदेश स्तर का मुद्दा नहीं रहा। अब महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने भी टिप्पणी की है। उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य का राज्यपाल को भेजा गया पत्र दर्शाता है कि योगी सरकार की असलियत क्या है। अब 10 मार्च को योगी सरकार की विदाई तय है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *