निर्देशक हंसल मेहता की बेटी को अपना आधार कार्ड बनवाने के लिए लगातार संघर्ष करना पड़ रहा है। यह दावा खुद निर्देशक ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए किया है। हंसल ने 31 जुलाई को एक्स पर नाराजगी जताते हुए बताया कि उनकी बेटी प्रक्रिया पूरी करने की उम्मीद में मुंबई में आधार कार्ड कार्यालय का बार-बार चक्कर लगा रही है, लेकिन किसी न किसी कारण से वरिष्ठ प्रबंधक उसे वापस भेज दे रहे हैं। फिल्मकार ने कहा कि यह पिछले तीन सप्ताह से चल रहा है। साथ ही, उन्होंने इसे उत्पीड़न करार दिया। हंसल ने एक्स पर लिखा, “मेरी बेटी पिछले तीन हफ्तों से आधार कार्ड के लिए आवेदन करने की कोशिश कर रही है। वह बारिश में अंधेरी ईस्ट में आधार कार्यालय तक लंबी यात्रा करती है, लेकिन वहां के वरिष्ठ प्रबंधक उसे किसी न किसी बहाने से वापस भेज देते हैं। उससे कहा जाता है कि इस पर हस्ताक्षर करवाओ, यह दस्तावेज ले आओ, मुहर सही जगह पर नहीं है, आज तुम्हारा अपॉइंटमेंट नहीं है, मैं एक हफ्ते की छुट्टी पर हूं… यह बहुत निराशाजनक है और यह उत्पीड़न से कम नहीं है”।
यूआईडीएआई ने दिया जवाब
उन्होंने इस पोस्ट में सीईओ यूआईडीएआई के कार्यालय और यूआईडीएआई हैंडल को भी टैग किया। इस यूआईडीएआई हैंडल ने एक स्वचालित संदेश के साथ जवाब दिया। पोस्ट में लिखा था, “प्रिय आधार नंबर धारक, कृपया आधार केंद्र का पूरा पता साझा करें जहां आप इस समस्या का सामना कर रहे हैं और साथ ही अपने संपर्क विवरण सीधे मैसेज के माध्यम से साझा करें और हम आपकी आगे की मदद करेंगे।” इसके बाद हंसल ने पुष्टि की कि उन्होंने उन्हें डीएम किया है। हंसल की पत्नी सफीना हुसैन से उनकी दो बेटियां, किमाया और रेहाना है। उनकी पहली शादी से उनके दो बेटे जय और पल्लव भी हैं। जय ने हाल ही में बतौर फिल्म निर्माता अपनी शुरुआत की है। वह स्कैम 1992: द हर्षद मेहता स्टोरी के सह-निर्देशक थे और लुटेरे के दो एपिसोड का निर्देशन कर चुके हैं।
हंसल मेहता का बड़ा दावा, बोले- आधार कार्ड ऑफिस में बेटी को किया जा रहा परेशान
32