डनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट आने के बाद अदाणी समूह समूचे विपक्ष के निशाने पर है। अदाणी के साथ विपक्ष लगातार पीएम मोदी पर निशाना साध रहा है इस कड़ी में कांग्रेस पार्टी एक सीरीज चला रहा रही है जिसका नाम है ‘हम अदाणी के हैं कौन’। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इस सीरीज के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कई सवाल दागे और कहा कि पीएम मोदी सवालों से भाग नहीं सकते। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सशस्त्र बलों के लिए बड़े छोटे हथियारों के ठेकों में अदाणी समूह को अनुचित लाभ देने में प्रधानमंत्री की भूमिका के बारे में सवाल किए। जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि 2018 में, भारतीय सेना ने संयुक्त अरब अमीरात स्थित काराकल इंटरनेशनल द्वारा निर्मित सीएआर 816 क्लोज क्वार्टर बैटल कार्बाइन को लंबी चलाने वाली सबमशीन गन को बदलने के लिए चुना। यद्यपि यह उसी फास्ट ट्रैक प्रक्रिया के तहत किया गया जिसके कारण 72,400 की खरीद हुई। एसआईजी एसएयूईआर 716 असॉल्ट राइफल्स, 93,895 कार्बाइन का ऑर्डर सितंबर 2020 में अचानक रद्द कर दिया गया था। आगे उन्होंने कहा कि 10 फरवरी, 2021 को सेना ने अदाणी डिफेंस सहित वेंडरों को समान मात्रा में कार्बाइन के लिए सूचना के लिए एक और अनुरोध जारी किया। साथ ही जयराम रमेश ने अदाणी समूह को एकाधिकार का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि चीनी घुसपैठ के बाद पूर्वी लद्दाख में हमारे सैनिकों को तत्काल सैन्य सामानों की आवश्यकता का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस महासचिव रमेश ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री जी20 विदेश मंत्रियों को अपना ज्ञान देते हैं, वह एचएएचके (हम अदाणी के हैं कौन) से भाग नहीं सकते। वहीं अमेरिकी आधारित हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा फर्जी लेन-देन और शेयर-कीमत में हेरफेर सहित कई आरोपों के बाद अदाणी समूह के शेयरों में गिरावट के हफ्तों बाद कांग्रेस के आरोपों की झड़ी लग गई। हालांकि गौतम अदाणी के नेतृत्व वाले समूह ने आरोपों को झूठ बताते हुए खारिज कर दिया है और कहा कि यह सभी कानूनों और प्रकटीकरण आवश्यकताओं का अनुपालन करता है।
‘हम अदाणी के हैं कौन’, हथियारों के ठेकों में गड़बड़ी को लेकर कांग्रेस ने पीएम पर साधा निशाना
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