राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (रांकापा) के विधायक रोहित पवार ने सोमवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता में बने रहने के लिए उनकी पार्टी और शिवसेना को तोड़ दिया। रोहित, पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार को परपोते हैं। पुणे में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने दावा किया कि अन्य दलों के नेताओं को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा किया गया है, जबकि भाजपा घटनाक्रम का आनंद ले रही है। पिछले साल जून में शिवसेना के एकनाथ शिंदे और 39 अन्य विधायकों ने बगावत कर दी थी, जिसके कारण पार्टी में विभाजन हो गया था और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई थी। इसके बाद भाजपा के समर्थन से शिंदे राज्य के नए मुख्यमंत्री बने थे। इस साल दो जुलाई को शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा में भी फूट पड़ गई, जब पार्टी के नेता शिंदे-भाजपा सरकार में उपमुख्यमंत्री के रूप में शामिल हुए। राकांपा के आठ अन्य विधायकों ने भी राज्य मंत्रिमंडल में मंत्री पद की शपथ ली। इस घटनाक्रम पर रोहित पवार ने दावा किया कि भाजपा ने ‘बहुत अच्छी चाल’ चली है। उन्होंने आरोप लगाया कि बालासाहेब ठाकरे ने मराठी मानुष और उनकी पहचान की रक्षा के लिए शिवसेना का गठन किया था लेकिन भाजपा ने इसे तोड़ दिया। उन्होंने कहा, ‘आज देश में भाजपा विरोधी माहौल है और यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई भी इस बारे में बात न करे और सभी (विपक्षी दलों के) बड़े नेता (अपनी पार्टियों के भीतर कलह को सुलझाने में) व्यस्त रहें, भाजपा ने पहले शिवसेना को तोड़ा और अब राकांपा को तोड़ दिया।’ अहमदनगर के कर्जत जामखेड से विधायक रोहित पवार ने कहा, ‘हम एक-दूसरे के खिलाफ खड़े हैं और एसी में बैठे भाजपा (नेता) शो का आनंद ले रहे हैं।’ राकांपा नेता ने यह भी कहा कि उन्हें लगता है कि महाराष्ट्र के लोग जानते हैं कि किसने परिवार को तोड़ा और किसने पार्टी को तोड़ा और वे इस तथ्य को नहीं भूलेंगे। उन्होंने दावा किया, ‘इन घटनाक्रमों को देख रहे राज्य के लोगों को वह तरीका पसंद नहीं आया जिस तरह से भाजपा ने राज्य में खुद को सत्ता में लाने के लिए दो बड़ी पार्टियों को तोड़ दिया।’ रोहित पवार ने दावा किया कि अजित पवार के इर्द-गिर्द ‘चार-पांच’ नेता उन्हें ‘खलनायक’ के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे हैं और पार्टी के विभाजन का सारा दोष उन पर मढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘कल नासिक में (येओला इलाके में छगन भुजबल की रैली के लिए लगाए गए) होर्डिंग्स पर अजित दादा की कोई तस्वीर नहीं थी।’
‘हम एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे और AC में बैठे शो का आनंद ले रहे भाजपा नेता’, रोहित पवार का दावा
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